Shark Tank Season 3 Satyajit Mittal | Vineeta ने इस Pitcher से कहा ‘Itna Narrative Control Mat Karo
Satyajit Mittal , शार्क टैंक इंडिया के रोमांचक एपिसोड में, जहां उद्यमियों और सपने देखने वालों को अपने विचार शार्क्स के सामने प्रस्तुत करने का मौका मिलता है, एक खास पिच ने सभी का ध्यान खींचा। इस पिच के केंद्र में थे सत्यजीत मित्तल, अटो के संस्थापक और सीईओ, जिन्होंने बच्चों के लिए एक अनोखा जूता प्रस्तुत किया जो उनके पैरों के साथ बढ़ सकता है।
सत्यजीत का प्रस्तुतीकरण जितना सशक्त था, उतना ही विवादास्पद भी। वह अपनी कहानी और उत्पाद के बारे में बोलते रहे, लेकिन उनकी बातों में जिस तरह से वे नैरेटिव को कंट्रोल कर रहे थे, उसने शार्क्स को संदेह में डाल दिया। विशेष रूप से, विनीता सिंह, एक प्रसिद्ध उद्यमी और शार्क, ने सत्यजीत की प्रस्तुति के दौरान उन्हें रोका और स्पष्ट रूप से कहा, “इतना नैरेटिव कंट्रोल मत करो।”
विनीता की यह टिप्पणी सत्यजीत के लिए एक स्पष्ट संकेत थी कि वह अपने प्रस्तुतीकरण में साफगोई और प्रामाणिकता लाएं। यह एक ऐसा क्षण था जो दर्शाता है कि शार्क टैंक में न केवल विचारों और उत्पादों का मूल्यांकन किया जाता है, बल्कि प्रस्तुतकर्ता की वास्तविकता और पारदर्शिता को भी महत्व दिया जाता है।
सत्यजीत के उत्पाद की अनूठी प्रकृति और उनकी अद्वितीय तकनीकी ने निश्चित रूप से शार्क्स का ध्यान आकर्षित किया, लेकिन उनके नैरेटिव का अत्यधिक कंट्रोल उनके लिए एक बाधा बन गया। विनीता की इस टिप्पणी ने सत्यजीत को और अन्य उद्यमियों को एक महत्वपूर्ण सबक दिया – व्यापार में सफलता के लिए प्रामाणिकता और स्पष्टता अनिवार्य हैं।
अंततः, यह घटना शार्क टैंक इंडिया के दर्शकों के लिए एक रोमांचक और शिक्षाप्रद अनुभव बन गई। इसने न केवल सत्यजीत को अपने प्रस्तुतीकरण में सुधार करने का मौका दिया, बल्कि यह भी दिखाया कि शार्क टैंक के मंच पर ईमानदारी और पारदर्शिता की कितनी अहमियत है।
Satyajit Mittal सत्यजीत मित्तल की डील शार्क ने क्यों रिजेक्ट किया
उन जूतों से मिलें जो आपके बच्चे के साथ बढ़ते हैं: एरेटो के सीईओ, सत्यजीत मित्तल शार्क टैंक इंडिया के हालिया एपिसोड में एक फुटवियर स्टार्टअप के संस्थापक सत्यजीत मित्तल ने अपना प्रस्ताव रखा। उन्होंने ऐसे बच्चों के लिए विशेष जूते बनाए हैं जो उनके साथ बढ़ सकते हैं। ये जूते बच्चों के पैर के साइज के साथ फिट होते चले जाते हैं।
80 करोड़ के वैल्युएशन पर सत्यजीत ने 80 लाख रुपये के लिए 1% इक्विटी का प्रस्ताव रखा। शार्क्स ने जब इन जूतों की खासियत, कारोबारी मॉडल और भविष्य के प्लान के बारे में सवाल किए तो सत्यजीत सीधे जवाब नहीं दे पाए। शार्क अनुपम ने जब पूछा कि इतने बड़े कारोबार के लिए आपका को-फाउंडर कौन है तो सत्यजीत ने पहले झूठ बोला कि उनका को-फाउंडर है। बाद में स्वीकार किया कि ऐसा कोई नहीं है। ये कई चिंताएं और संदेह पैदा करने वाले प्रश्न थे जिनके ठोस जवाब न दे पाने से सभी शार्क्स नाराज़ हो गए। उन्हें लगा कि सत्यजीत बार-बार मुख्य विषय से भटक रहे हैं और पूरी ईमानदारी से जवाब नहीं दे रहे।
इसी कारण सभी ने एकमत से इस डील से इनकार कर दिया। पेयूष ने तो यहां तक कहा कि शुरू में जब सत्यजीत के पास कोई राजस्व नहीं था तब भी वह इस कंपनी में 1 करोड़ लगाने को तैयार थे। लेकिन सत्यजीत ने सिर्फ अपनी ही बात सुनी। शार्क टैंक से बिना किसी डील के हाथ खाली लौटने के बाद भी सत्यजीत ने अपनी गलतियों से सबक नहीं सीखा। ऐसे में उनके व्यवसाय को आगे बढ़ा पाना मुश्किल नज़र आ रहा है।
Satyajit Mittal सत्यजीत मित्तल को सभी शार्क ने काफी फटकारा
शार्क्स ने सत्यजीत की सेल्समैन शैली और नैरेटिव को कंट्रोल करने की प्रवृत्ति पर सवाल उठाए, और उनसे सीधे और स्पष्ट रूप से उत्तर देने का अनुरोध किया। उनके वित्तीय आंकड़ों और बिजनेस मॉडल की सटीकता पर भी प्रश्न चिह्न लगाए गए। सह-संस्थापक के बारे में उनके भ्रामक उत्तर ने शार्क्स की नाराजगी को और बढ़ा दिया।
सत्यजीत राय अपनी स्पीच दे रहे थे और अमन गुप्ता इसे काफी सवाल पूछे लेकिन इन्होंने हमेशा ही सही तरीके से जवाब नहीं दिया तो अमन ने धैर्य खो दिया और डील से अलग हो गया, कहा “मुझे बंदा तू बिल्कुल पसंद नहीं आया, तूने किसी की नहीं सुनी। मैं नहीं कह रहा कि तुम अच्छा नहीं करोगे, तुम अगला बड़ा ब्रांड बन सकते हो, मुझे फर्क नहीं पड़ता।”
जब अनुपम ने को-फाउंडर के बारे में पूछा, तो सत्यजीत ने पहले झूठ बोला कि उनका को-फाउंडर है, और बाद में खुलासा किया कि ऐसा कोई नहीं है। अमन ने कहा, “नर्वस नहीं, ओवरस्मार्ट है।” अनुपम ने सत्यजीत को जो बोला इसे साफ पता चलता है कि सत्यजीत मित्तल ने अच्छा ब्रांड तो बनाया पर बार बार सवालो का जबाब घुमा के दे रहे थे जिससे शार्क को उनपे कोई भरोसा नहीं हो पाया | इससे आपको ये सीख मिलती है एक अच्छा ब्रांड बनाना ही काफी नहीं है आप की खुद की बोली बातो पर शार्क को कितना तरस दे पते हो ये भी काफी इम्पोर्टेन्ट है | पूरे चर्चा के बाद, सभी शार्क्स ने डील से हट जाने का फैसला किया।
निष्कर्ष
अंततः, सत्यजीत की पिच के साथ जुड़ी अस्पष्टता और उनकी अस्थिरता ने शार्क्स को सौदे से पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया। यह एपिसोड उद्यमियों के लिए एक महत्वपूर्ण सीख लेकर आया कि सफलता के लिए केवल एक उत्कृष्ट उत्पाद ही पर्याप्त नहीं है |