Shark Tank India Season 3 Episode 7: कैसे ये शार्क टैंक इंडिया कंटेस्टेंट्स ने असंभव को संभव बनाया?
Shark Tank India Season 3 Episode 7 में, हम उन अनकही कहानियों के गहरे में जाते हैं जो न सिर्फ उद्यमिता की भावना को प्रदर्शित करते हैं बल्कि व्यक्तिगत संघर्ष और सपनों को साकार करने की उनकी यात्रा को भी उजागर करते हैं। इस एपिसोड में, हर पिच एक कहानी कहती है – एक यात्रा जो आपको लुभाएगी, प्रेरित करेगी, और आपको यह एहसास दिलाएगी कि सफलता तक पहुँचने का मार्ग व्यक्तिगत संकल्पना और दृढ़ता से भरा होता है। यह एपिसोड आपको सिखाएगा कि कैसे अद्वितीय विचार और अभिनव समाधान उद्यमियों को उनकी असीम संभावनाओं की ओर ले जाते हैं।
Shark Tank India Season 3 Episode 7 : Zorko यह एक “Pure Fast Food” रेस्टोरेंट चेन है जो स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन प्रदान करती है।
Zorko एक तेजी से बढ़ती हुई, भारत में स्थित शाकाहारी फास्ट-फूड चेन है, जिसने Shark Tank India के सीजन 3 में अपना प्रस्ताव पेश किया था। इसके सह-संस्थापक अमृत नहर और आनंद नहर हैं, जिन्होंने अपनी कंपनी के लिए 1.5 करोड़ रुपये के बदले में 1% हिस्सेदारी की मांग की थी, जिससे उनके व्यवसाय का मूल्यांकन 150 करोड़ रुपये हो जाता|
Zorko ने अपनी शुरुआती सफलता के बाद एक फ्रेंचाइजी मॉडल पेश किया, जिसमें कोई रॉयल्टी या लाभांश साझेदारी नहीं है। उनके पास सॉस, सिरप, और प्रीमिक्स का इन-हाउस उत्पादन है, और वे एक शेफ-लेस किचन मॉडल, कम निवेश, और अन्य लाभों का अनुसरण करते हैं।
Shark Tank India पर अपने प्रस्तुतीकरण के दौरान, Zorko ने 42 शहरों और गांवों में 150 से अधिक आउटलेट्स खोलने की अपनी उपलब्धि साझा की और बताया कि कैसे वे 80 से अधिक प्रकार के खाद्य पदार्थों की सेवा करते हैं। उनका लक्ष्य अगले 1000 दिनों में 1000 आउटलेट्स तक विस्तार करना और अंततः कैटरिंग उद्योग में प्रवेश करना है।
वित्तीय दृष्टिकोण से, Zorko ने पहले वित्तीय वर्ष में अपने पहले आउटलेट से 60 लाख रुपये की आय अर्जित की और FY23-24 में 30 करोड़ रुपये की वार्षिक रन-रेट हासिल की। उन्होंने अगस्त 2023 में 2.4 करोड़Zorko एक तेजी से बढ़ती हुई, भारत में स्थित शाकाहारी फास्ट फूड चेन है जो फ्रेंचाइजी मॉडल के जरिए लोगों को अपना खाद्य व्यवसाय आसानी से शुरू करने में मदद करती है। COVID-19 के दौरान इस बिजनेस की शुरुआत हुई और विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के बाद इसने फ्रेंचाइजी मॉडल को अपनाया। इसके फ्रेंचाइजी मॉडल में कोई रॉयल्टी या लाभ साझाकरण नहीं है, साथ ही सॉस, सिरप, और प्रीमिक्स का इन-हाउस उत्पादन, और निवेश कम होने के साथ शेफ-लेस किचन मॉडल जैसी विशेषताएं शामिल हैं।
Shark Tank India Season 3 Episode 7 :Tramboo Sports यह दुनिया स्तरीय “Kashmir Willow Bats” बनाने वाली कंपनी है।
Tramboo Sports, एक Srinagar-based कंपनी है जो “Kashmir Willow Bats” का निर्माण करती है। इसे Shark Tank India के तीसरे सीजन में बड़ी सफलता मिली जहां इसने दो प्रमुख निवेशकों से 30 लाख रुपये का निवेश प्राप्त किया। कंपनी के सह-संस्थापक, कॉलेज के छात्र हमाद और साद त्रम्बू हैं, जो BBA की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने अपने अभिनव कश्मीर विलो बैट्स के लिए 3% इक्विटी स्टेक के बदले में निवेश की मांग की थी।
Tramboo Sports ने अपनी खास तकनीक और प्रक्रिया के माध्यम से क्रिकेट बैट्स बनाने में क्रांति लाने का दावा किया है। उन्होंने बताया कि वे कश्मीर विलो की लकड़ियों को ग्रेड करने के बाद उन्हें टुकड़ों में काटते हैं, जिन्हें फिर एक क्रांतिकारी सीज़निंग प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। उनके बैट्स में सिंगापुर केन हैंडल्स होते हैं जो शॉक एब्सॉर्प्शन को बेहतर बनाते हैं। उनका दावा है कि उनके बैट्स बाजार में मौजूद अन्य बैट्स की तुलना में हल्के होते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि Instagram उनके व्यापार की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जहां उनकी 70% ऑनलाइन बिक्री होती है।
शार्क टैंक इंडिया पर उनके प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान, पेयुष बंसल (Lenskart के सह-संस्थापक) और अमन गुप्ता (BOAT के सह-संस्थापक) ने अंततः Tramboo Sports में 30 लाखरुपये के निवेश के लिए 4% इक्विटी स्टेक पर सहमति व्यक्त की। इस निवेश के साथ, वे कश्मीर विलो बैट ब्रांड को और भी आगे बढ़ाने की उम्मीद करते हैं।
Tramboo Sports ने बताया कि उनके उत्पादों की कीमतें 1800 रुपये से शुरू होकर 7000 रुपये तक होती हैं, जो टेनिस बैट्स से लेकर प्रवेश स्तर के इंग्लिश विलो बैट्स तक की रेंज में हैं। इसके अलावा, उन्होंने अपने वित्तीय सफलता के आंकड़े साझा किए, जो उनके बैट्स की बढ़ती मांग को दर्शाते हैं, विशेषकर T20 मैचों में जुनैद सिद्दीकी जैसे खिलाड़ियों के बीच।
इस सफलता के साथ, Tramboo Sports ने न केवल अपने उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान दिलाई है, बल्कि कश्मीरी उद्यमियों की प्रतिभा और उद्यमशीलता को भी उजागर किया है। उनकी इस उपलब्धि ने कश्मीरी युवाओं के लिए एक प्रेरणा का काम किया है और दिखाया है कि अभिनव विचारों और कड़ी मेहनत के साथ, सफलता संभव है|
Shark Tank India Season 3 Episode 7 : WeHear यह एक ऐसी कंपनी है जो “Cost-Effective Hearing Solutions” प्रदान करती है।
WeHear एक नवीन ऑडियो तकनीकी स्टार्टअप है, जिसने Shark Tank India के सीजन 3 में अपनी पिच प्रस्तुत की थी। इस कंपनी की स्थापना कनिष्क पटेल और राज शाह ने की है, जो अहमदाबाद में स्थित है। WeHear ने “SmartHeadphone” नामक एक उत्पाद विकसित किया है, जो बोन कंडक्शन तकनीकी पर आधारित है, जिससे उपयोगकर्ता अपने कानों के बिना सुन सकते हैं। यह तकनीकी जो सुनने की समस्या वाले व्यक्तियों के लिए एक नॉन-सर्जिकल समाधान प्रदान करती है।
Shark Tank India में, WeHear ने अपनी कंपनी के लिए 2.5 करोड़ रुपये के बदले में 1% इक्विटी की मांग की थी। इस डील को पेयुष बंसल ने स्वीकार किया, जिन्होंने 2.5 करोड़ रुपये के बदले में 1% इक्विटी और 1.5% एडवाइजरी इक्विटी की पेशकश की। इस सौदे के माध्यम से, कंपनी को 250 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन प्राप्त हुई।
WeHear का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को सुनवाई संबंधी समाधान प्रदान करना है। इसके लिए उन्होंने HearNU Pro और WeHear OX जैसे उत्पाद विकसित किए हैं। HearNU Pro एक पेटेंटेड उत्पाद है जो बोन कंडक्शन तकनीकी का उपयोग करके सुनने में समस्या वाले लोगों को सुनने में मदद करता है। इसकी लागत सर्जरी की तुलना में काफी कम है, जो लगभग 80,000 रुपये है।
WeHear न केवल अपने उत्पादों के माध्यम से कम सुनने वाले लोगों को मदद करने का प्रयास करता है, बल्कि भविष्य में इसकी समस्याओं को रोकने के लिए भी काम करता है। उनके उत्पादों को डिजाइन, इंजीनियरिंग, विकास और निर्माण सभी इन-हाउस किया जाता है। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने एक परंपरागत सुनवाई सहायता उपकरण, HearNU BTE Prime लॉन्च करने की योजना बनाई है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को सुनवाई हानि के समाधान प्रदान किए जा सकें।
इस प्रकार, WeHear नवीन और किफायती सुनने के समाधान प्रदान करने में अग्रणी है, जो न केवल कम सुनने से पीड़ित व्यक्तियों के जीवन को बेहतर बनाता है, बल्कि भविष्य में सुनवाई संबंधी समस्याओं को रोकने के लिए भी काम करता है। Shark Tank India के मंच पर उनकी सफलता ने उन्हें न केवल वित्तीय सहायता प्रदान की, बल्कि उनके उद्देश्य और नये विचार को एक व्यापक मंच भी प्रदान किया।
Shark Tank India Season 3 Episode 7: Rooftop यह एक ऐसी कंपनी है जो भारतीय कला को “Preserving and Promoting” करती है।
Rooftop एक ऐसी कंपनी है जो भारतीय कला और शिल्प को बढ़ावा देने और संरक्षित करने के लिए समर्पित है। यह एक ऐप आधारित मंच है जो कला प्रेमियों को भारतीय लोक और जनजातीय कला रूपों को सीखने के लिए एक मंच प्रदान करता है। Rooftop के CEO और संस्थापक कार्तिक गग्गर हैं, जिन्होंने Shark Tank India में इस कंपनी का प्रस्तुतिकरण किया।
Shark Tank India में, Rooftop ने ₹2 करोड़ के बदले में कंपनी की 4% हिस्सेदारी की मांग की, जिससे कंपनी का मूल्यांकन ₹50 करोड़ होता है। इस धनराशि का उपयोग वे उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने, क्षेत्रीय और विदेशी भाषा सामग्री के साथ प्रयोग करने और ऐप की अधिक मार्केटिंग करने के लिए करना चाहते थे। हालांकि, शार्क टैंक इंडिया में उन्हें कोई डील नहीं मिली। उन्होंने अपनी मां से ₹3.25 करोड़ का ऋण लिया था और उनका परिवार संपन्न है।
Rooftop ऐप में 3000 से अधिक कलाकार सहयोगी हैं, और इसके माध्यम से 60,000 से अधिक लोगों ने कला कार्यशालाओं की बुकिंग की है। उनके मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता 4500 हैं, और उनका औसत ग्राहक अधिग्रहण लागत ₹1000 है। कंपनी का मासिक खर्च ₹15 लाख है। Rooftop की विभिन्न सेवाओं की कीमतें इस प्रकार हैं: लाइव कार्यशाला ₹450, सब्सक्रिप्शन ₹1000 से ₹2000, प्रमाणित पाठ्यक्रम ₹27,000, और साइट पर पाठ्यक्रम ₹2500 से ₹8000 के बीच हैं|
Rooftop, भारतीय कला को संरक्षित और प्रोत्साहित करने वाली एक कंपनी, ने Shark Tank India में अपनी पिच प्रस्तुत की। कंपनी के संस्थापक कार्तिक गग्गर ने ₹2 करोड़ के बदले में 4% इक्विटी की मांग की, जिससे कंपनी का मूल्यांकन ₹50 करोड़ बताया गया। हालांकि, उन्हें शो में कोई डील प्राप्त नहीं हुई। शो के दौरान विभिन्न शार्क्स ने उनके व्यवसाय मॉडल पर विचार व्यक्त किए, लेकिन अंततः कोई भी निवेश के लिए सहमत नहीं हुआ। Rooftop का उद्देश्य भारतीय कला रूपों को सुलभ बनाना और इसके माध्यम से कलाकारों को आजीविका प्रदान करना है। ऐप पर 3000 से अधिक कलाकार साझेदारी में हैं, और 60,000 से अधिक लोगों ने कला कार्यशालाओं की बुकिंग की है|
Rooftop ऐप विभिन्न भाषा विकल्पों के साथ प्रामाणिक कला रूपों के बारे में जानकारी प्रदान करता है, जिसमें लाइव और प्री-रिकॉर्डेड कक्षाएं शामिल हैं। उपयोगकर्ता साइट पर भी इन कला रूपों को सीख सकते हैं। कंपनी की मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता संख्या 4500 है, और इसकी विभिन्न सेवाओं की कीमतें इस प्रकार हैं: लाइव कार्यशाला ₹450, सब्सक्रिप्शन ₹1000 से ₹2000, प्रमाणित पाठ्यक्रम ₹27,000, और साइट पर पाठ्यक्रम ₹2500 से ₹8000 के बीच हैं |
Shark Tank India में उनकी पिच, हालांकि बिना किसी डील के समाप्त हुई, लेकिन यह उनके व्यवसाय के लिए एक महत्वपूर्ण सीखने का अवसर बना। शार्क्स से मिली प्रतिक्रिया और सुझावों ने Rooftop को आगे बढ़ने के नए आयाम प्रदान किए और उनके विकास की दिशा में मदद की। यह अनुभव उन्हें अपने उत्पादों और सेवाओं को और भी बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करेगा, ताकि वे भारतीय कला और शिल्प को वैश्विक मंच पर प्रोत्साहित और संरक्षित करने के अपने मिशन को साकार कर सकें।
निष्कर्ष
शार्क टैंक इंडिया सीजन 3 के एपिसोड 7 में प्रतिभागियों की अद्वितीय यात्राओं और उनके संघर्षों ने हमें यह सिखाया कि सफलता उन्हें ही मिलती है जो अडिग रहते हैं। चाहे वह Zorko की अभिनव दृष्टि हो, Tramboo Sports का जुनून, WeHear का समाज के प्रति समर्पण या Rooftop का कलात्मक संवर्धन, हर कहानी ने हमें अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाने की प्रेरणा दी। इन उद्यमियों की कहानियों में, हमें अपनी खुद की प्रतिध्वनित मिलती है। यदि इस एपिसोड की गहराई और प्रेरणा ने आपको छू लिया है, तो मेरे वेबसाइट पर अपने विचारों को कमेंट के माध्यम से साझा करने का न्योता है। आइए, हम सभी इस उद्यमिता की यात्रा में एक-दूसरे का साथ दें।