Shark Tank India Season 3 Female Entrepreneurs कैसे फीमेल एंटरप्रेनर ने अपनी आईडिया और पिट्चेस से शार्क्स को किया इम्प्रेस
Shark Tank India Season 3 में काफी सारे एंटरप्रेनर अपने आईडिया के साथ ही शार्क की एक्सपर्टीज, गाइडलाइन के साथ साथ फंडिंग के लिए भी पहुंचे, जिनमें फीमेल एंटरप्रेनर भी शामिल है, जिन्होंने अपने यूनिक आईडिया और कांसेप्ट के साथ शार्क के साथ डील की, आज के इस आर्टिकल में हम उन फीमेल एंटरप्रेनर और उनकी कंपनी के बारे में बात करने जा रहे है जिन्होंने शार्क के सामने अपना बिजनेस प्लान और विजन पेश किया तथा काफी लोगो के लिए ये एक इंस्पिरेशन भी बन सकते है, जिन्होंने महज कम उम्र में ही काफी अच्छी खासी बिजनेस की शुरुआत की है, चलिए जानते है उन फीमेल एंटरप्रेनर के बारे में
List of Shark Tank India Season 3 Female Entrepreneurs
S. No. | Shark Tank India Season 3 Female Entrepreneurs Name | Company |
1. | अर्पिता अदिति | Dil Food |
2. | प्रियाशा सलूजा | The Cinnamon Kitchen |
3. | अनुवा कक्कर | Tiggle |
4. | दीक्षा सिंघी | A Little Extra |
5. | सिमरन खरा | Koparo Clean |
6. | कानिक्का देवानी | Mintree |
7. | प्रत्युषा वेमुरी वेनकाटा | AI Kavach |
8. | प्रणाली और लीना | Elitty |
1. अर्पिता अदिति (Dil Food)
शार्क टैंक इंडिया सीजन 3 में अर्पिता अदिति अपने अनूठे विचार के साथ आईं, जो रेस्टोरेंट के व्यवसाय को बढ़ावा देने का एक नया तरीका पेश करती है। अर्पिता रांची, झारखण्ड से हैं और उन्होंने MIT मणिपाल से बायोटेक्नोलॉजी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने Himalaya Drugs और Reliance Capital जैसी कंपनियों में काम किया और फिर Swiggy में शामिल होकर अपनी उद्यमी यात्रा शुरू की। Swiggy में अपने अनुभव के दौरान, उन्होंने महसूस किया कि बाजार में एक बड़ा अंतर है और फिर उन्होंने Nutnbolt कंपनी शुरू की, जो रेस्टोरेंट के ऑनलाइन व्यवसाय को संभालती है।
उनका मुख्य विचार Dil Foods ब्रांड के साथ आया, जो एक वर्चुअल रेस्टोरेंट ऑपरेटर है जो भारतीय विविधता और संस्कृति से प्रेरित ताजा भोजन प्रदान करता है। यह ब्रांड छोटे और बड़े मौजूदा रेस्टोरेंट के साथ साझेदारी करता है ताकि अंतिम मील की खाना पकाने और वितरण प्रक्रिया को संभाल सके। Dil Foods के पास आठ विशिष्ट ब्रांड हैं जैसे कि Dil Punjabi, Aahar, The Chaat Cult, और अन्य, जो जीरो कैपिटल एक्सपेंडिचर के साथ ऑपरेट होते हैं और लाइफिलिजेशन आधारित भोजन प्रदान करते हैं।
शार्क टैंक इंडिया में, अर्पिता ने अपने विचार को बहुत प्रभावी ढंग से पेश किया, जिससे सभी शार्क्स को प्रभावित किया गया। उन्हें शुरुआत में 50 लाख रुपये के लिए 0.5% इक्विटी का ऑफर मिला, लेकिन अंत में सभी शार्क्स ने मिलकर 2 करोड़ रुपये का ऑफर दिया 2.67% इक्विटी के बदले में, जिसे अर्पिता ने स्वीकार किया। इससे उनकी कंपनी को आगे बढ़ाने का मौका मिला।
2. प्रियाशा सलूजा (The Cinnamon Kitchen)
प्रियाशा सलूजा ने 2019 में ‘द सिनेमोन किचन‘ की शुरुआत की, जो कि पैकेज्ड फूड और मेक टू ऑर्डर बेकरी पर केंद्रित है, जिसमें सभी प्रोडक्ट्स 100% ग्लूटन फ्री, डेयरी फ्री और प्लांट बेस्ड होते हैं। उनके बिजनेस की वृद्धि हर साल नोटेबल रही है, 2019-20 में 1.40 लाख से शुरू होकर 2022-23 में 6 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। प्रियाशा का जुनून और स्वास्थ्य के प्रति सजगता उनकी सफलता की कुंजी हैं। वह दिल्ली-एनसीआर में सफलतापूर्वक अपना बिजनेस चला रही हैं और बेंगलुरु और मुंबई में विस्तार की योजना बना रही हैं।
प्रियाशा सलूजा ने ‘द सिनेमोन किचन’ नामक स्टार्टअप की शुरुआत 2019 में 50 हजार रुपये से की। उनका बिजनेस पैकेज्ड फूड और मेक टू ऑर्डर बेकरी पर आधारित है, जिसमें 100% ग्लूटन फ्री, डेयरी फ्री और प्लांट बेस्ड प्रोडक्ट्स शामिल हैं। उनकी कंपनी की आय हर साल महत्वपूर्ण रूप से बढ़ी है, 2019-20 में 1.40 लाख से शुरू होकर 2022-23 में 6 करोड़ तक पहुँच गई। प्रियाशा को खाना बनाने का शौक है और उन्होंने पीसीओएस के कारण हेल्दी स्नैक्स पर एक्सपेरिमेंट करना शुरू किया। वे अपने बिजनेस को दिल्ली-एनसीआर से बेंगलुरु और मुंबई तक विस्तारित करने और विभिन्न एयरपोर्ट्स पर ले जाने की योजना बना रही हैं। उनकी सफलता यह दर्शाती है कि जुनून, मेहनत और सही प्रयास से बड़ी सफलता प्राप्त की जा सकती है।
3. अनुवा कक्कर (Tiggle)
शार्क टैंक इंडिया के सीजन 3 में, अनुवा कक्कर ने अपने इनोवेटिव स्टार्टअप, Tiggle, के साथ जजों का ध्यान खींचा। Tiggle, एक चॉकलेट ड्रिंक ब्रांड है, जिसकी शुरुआत अनुवा ने गुरुग्राम के एक मेट्रो स्टेशन के बाहर स्टाल लगाकर की, जहाँ उनकी हॉट चॉकलेट तुरंत बिक गई। अपने बिजनेस की शुरुआत के लिए उन्होंने महज 20,000 रुपये और अपने घर के एक छोटे से कमरे का इस्तेमाल किया। कुछ ही महीनों में, अनुवा ने एक फैक्ट्री स्थापित की और अपने ब्रांड को वेबसाइट और अमेज़न के जरिए 37,000 ग्राहकों तक पहुँचाया।
अनुवा का लक्ष्य है कि Tiggle हर घर का पसंदीदा चॉकलेट ड्रिंक बने, जिसके लिए उन्होंने शार्क्स से 5% इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये की मांग की। Tiggle की सफलता का राज इसके उत्पाद में निहित है, जिसे अनुवा ने 50 से अधिक साउथ इंडियन फार्म्स में जाकर चुने गए कोको बीन्स से बनाया है। 2021 में लॉन्च किया गया, Tiggle ने बिजनेस-टू-कंज्यूमर स्पेस में एक मजबूत पहचान बनाई है। अनुवा ने यह भी बताया कि एक ब्लाइंड टेस्ट में, Tiggle के फ्लेवर्स को अन्य ब्रांड्स की कॉफी की तुलना में ज्यादा पसंद किया गया।
शार्क अमित और पियूष ने अनुवा के बिजनेस में दिलचस्पी दिखाई और उन्हें 20% इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये का ऑफर दिया, साथ ही 1 करोड़ रुपये वसूलने तक 2% रॉयल्टी की शर्त जोड़ी। अनुवा ने इस ऑफर को स्वीकार किया और डील को फाइनलाइज किया। Tiggle का नाम giggle और tickle के मिश्रण से प्रेरित है, जिसका उद्देश्य इसके ग्राहकों को खुशी प्रदान करना है। इंडिया में चॉकलेट ड्रिंक मार्केट का साइज 20 हजार करोड़ रुपये है, जिसमें Tiggle ने 2023-24 में 1 से 1.5 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जनरेट किया, जो कि एक प्रॉफिटेबल और बूटस्ट्रैप्ड कंपनी के रूप में उभरा है।
4. दीक्षा सिंघी (A Little Extra)
शार्क टैंक इंडिया सीजन 3 में दीक्षा सिंघी ने अपने इनोवेटिव ज्वेलरी ब्रांड ‘A Little Extra’ के साथ प्रतियोगिता में भाग लिया। उनका ब्रांड विशेष रूप से अलग-अलग अवसरों, मूड और त्योहारों से प्रेरित होकर डिज़ाइन किए गए फैशनेबल ज्वेलरी प्रदान करता है। दीक्षा ने कोविड के समय गुवाहाटी, असम से इस ब्रांड की शुरुआत की और उनके ज्वेलरी उत्पादों का 90% हैंडमेड है। उनकी कंपनी ने 5000 के निवेश से शुरू होकर 80 हजार प्रोडक्ट्स की बिक्री की है। शार्क टैंक में, दीक्षा ने 48 लाख रुपए के लिए 6% इक्विटी की मांग की थी और अंत में शार्क विनीता और शार्क अनुपम के साथ 60 लाख रुपए के लिए 7.5% इक्विटी पर डील को समाप्त किया। ‘A Little Extra’ की सफलता ने इसे फैशन ज्वेलरी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण ब्रांड बना दिया है।
5. सिमरन खरा (Koparo Clean)
कोपारो क्लीन (Koparo Clean) भारत की पहली नारियल और कोपरा आधारित सफाई उत्पादों की ब्रांड है, जिसे सिमरन खरा ने स्थापित किया है। इस ब्रांड ने शार्क टैंक इंडिया सीजन 3 में अपने प्रोडक्ट्स को प्रेजेंट किया, जहाँ उन्होंने ₹70 लाख के बदले 1% इक्विटी के लिए डील की। इस कंपनी की खासियत यह है कि यह केमिकल्स के बजाय प्राकृतिक सामग्रियों से बने प्रोडक्ट्स बनाती है, जो न सिर्फ पर्यावरण के लिए अच्छे हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी सुरक्षित हैं। कोपारो क्लीन के उत्पादों में डिश वाशिंग लिक्विड्स, लांड्री केयर, होम एंड सरफेस क्लीनर्स, हैंड वाशेश, स्पेशलिटी क्लीनर्स, और क्लीनिंग एक्सेसरीज शामिल हैं। कंपनी का मुख्य लक्ष्य पर्यावरण और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सफाई के समाधान प्रदान करना है। कोपारो क्लीन ने अब तक ₹17.6 करोड़ का फंड जुटाया है और इसके प्रोडक्ट्स भारत के हर कोने में बिक रहे हैं।
भारत में क्लीनिंग इंडस्ट्री 55,000 करोड़ की है, जिसमें कोपारो क्लीन एक अनूठी पहचान बना रहा है। सिमरन खरा द्वारा स्थापित, यह ब्रांड नारियल और कोपरा आधारित साफ-सफाई के उत्पाद प्रदान करता है, जो पूरी तरह प्राकृतिक सामग्री से निर्मित होते हैं। शार्क टैंक इंडिया सीजन 3 में इसकी प्रस्तुति दी गई, जहां इसे शार्क अमन और विनीता से निवेश प्राप्त हुआ। मीरा कपूर इसकी ब्रांड एम्बेसडर हैं और इसने रिलायंस के साथ नेशनल डील भी सिक्योर की है।
कोपारो क्लीन का लक्ष्य पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी के साथ जीवन को सरल बनाना है। उत्पाद रेंज में डिश वाशिंग लिक्विड्स, लॉन्ड्री केयर, होम और सरफेस क्लीनर्स, हैंड वाश, स्पेशलिटी क्लीनर्स, और क्लीनिंग एक्सेसरीज शामिल हैं। कंपनी की वैल्यूएशन ₹70 करोड़ है और इसने अब तक 3 लाख यूनिट्स बेचे हैं। इसकी सेल्स और राउंड रेज़ में कुल ₹17.6 करोड़ का फंड जुटाया गया है।
कोपारो क्लीन के संस्थापक सिमरन खरा ने अपनी शिक्षा श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, द लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, और भारतीय स्कूल ऑफ बिजनेस से पूरी की है। उन्होंने अपने व्यवसाय को एक प्रमुख प्राकृतिक सफाई ब्रांड के रूप में स्थापित किया है। कोपारो क्लीन के प्रतियोगी हर्बल स्ट्रेटजी, प्योर क्लूट, और बॉन गुड हैं, लेकिन इसके उत्पाद उनकी तुलना में अधिक मूल्यवान हैं।
6. कानिक्का देवानी (Mintree)
मिन्ट्री, जिसे कानिक्का देवानी ने स्थापित किया है, ने शार्क टैंक इंडिया सीजन 3 के पहले एपिसोड में अपने ब्रांड के लिए फंडिंग की मांग की। इस ब्रांड को पारंपरिक सैलूनों की समस्याओं का एक समाधान के रूप में पेश किया गया, जिसमें वीगन, प्राकृतिक और कठोर रसायनों से मुक्त उच्च-गुणवत्ता वाले उत्पाद शामिल हैं। मिन्ट्री ने एक डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर उत्पाद लाइन लॉन्च करने की योजना की भी घोषणा की। कानिक्का ने अपने बिजनेस के लिए 90 लाख रुपए के बदले में 1% इक्विटी की मांग की, जिसे अंततः अजहर इकबाल और पेयुष बंसल ने 90 लाख रुपए के लिए 1.5% इक्विटी के बदले में स्वीकार कर लिया।
7. प्रत्युषा वेमुरी वेनकाटा (AI Kavach)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित साइबर सिक्योरिटी समाधान, AI Kavach को प्रत्युषा वेमुरी वेनकाटा ने शार्क टैंक इंडिया में प्रस्तुत किया। इसकी स्थापना 2023 में हैदराबाद में हुई थी। AI Kavach, व्यापार और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के लिए एक SaaS प्लेटफॉर्म प्रदान करता है और इसका उद्देश्य फ्रॉड वेबसाइट्स, कॉल्स, ऐप्स, और मैसेजेस की पहचान करना है। प्रत्युषा ने अपनी कंपनी के लिए 50 लाख रुपये के बदले 1.25% इक्विटी की मांग की थी, जिसका मूल्यांकन 40 करोड़ रुपये था। अंततः, पीयूष बंसल और अमन गुप्ता ने इसमें 1 करोड़ रुपये के लिए 2.5% इक्विटी प्लस 2.5% एडवाइजरी इक्विटी के साथ निवेश किया। AI Kavach ने 20 हजार से अधिक डाउनलोड और 1,500 से अधिक पेज सब्सक्राइबर्स प्राप्त किए हैं। इसके अलावा, प्रत्युषा और उनकी टीम ने 200 से अधिक फेक और ठगी करने वाली वेबसाइटों की पहचान की है। AI Kavach ने आखिरकार Aman Gupta का ऑफर स्वीकार किया, जिसमें 50 लाख रुपये के लिए 15% इक्विटी की पेशकश की गई थी।
8. प्रणाली और लीना (Elitty)
यह लेख एक स्टार्टअप पिच के बारे में है जिसमें दो उद्यमी, प्रणाली और लीना, अपने टीनेज मेकअप ब्रांड ‘एलीट इंडिया’ को प्रस्तुत करते हैं। उनका दावा है कि भारत में 22 करोड़ की टीनेज आबादी है, जो इस ब्रांड के लिए एक बड़ा बाजार प्रस्तुत करती है। उनके प्रोडक्ट्स टीन स्किन फ्रेंडली इंग्रेडिएंट्स जैसे विच हेजल और एवोकाडो ऑयल से बने होते हैं और उनके पास 22 विभिन्न रंगों में आईलाइनर्स, लिप ग्लॉस, नेल पेंट्स और पर्सनालिटी बेस्ड मेकअप किट्स होते हैं।
उन्होंने अगस्त 2022 में लॉन्च किया था और मार्च 2023 तक लगभग 49 लाख रुपये की नेट सेल्स की थी, और अक्टूबर तक 1 करोड़ 1 लाख रुपये की बिक्री कर चुके थे। उनका उद्देश्य वर्ष के अंत तक 2 करोड़ रुपये की बिक्री करना था। उन्होंने दो फंडिंग राउंड्स में कुल 5 करोड़ रुपये जुटाए, लेकिन वर्तमान में प्रॉफिटेबल नहीं थे।
शार्क्स ने उनके बिजनेस मॉडल, मार्केट साइज, प्राइसिंग, और ग्रोथ स्ट्रैटेजी पर विचार किया। उन्होंने उनकी प्रॉडक्ट क्वालिटी, मार्केटिंग स्ट्रैटेजी, और कस्टमर बेस की प्रशंसा की, लेकिन उनके वित्तीय आंकड़े, खासकर उनके नेगेटिव कैश फ्लो और उच्च वैल्यूएशन के कारण चिंता व्यक्त की। अंततः, शार्क्स ने निवेश के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ न होने के कारण पिच को ठुकरा दिया।
एंटरप्रेनर को अपने बिजनेस को और अधिक सफल बनाने के लिए अपनी रणनीति पर पुनः विचार करने और अपने फाइनेंस को बेहतर बनाने की सलाह दी गई।
निष्कर्ष
शार्क टैंक इंडिया सीजन 3 में फीमेल एंटरप्रेनर्स की भागीदारी ने न केवल व्यावसायिक जगत में महिलाओं की मौजूदगी को मजबूती प्रदान की है, बल्कि यह भी दिखाया है कि सृजनशीलता, दृढ़ संकल्प और innovation के माध्यम से कैसे आप सफलता हासिल कर सकते हो । इन महिला एंटरप्रेनर ने अपने अद्वितीय विचारों और कठिन परिश्रम से न केवल शार्क्स को प्रभावित किया, बल्कि पूरे देश को इस बात का एहसास कराया कि सपनों को साकार करने के लिए जुनून और समर्पण की आवश्यकता होती है। और एक महिला भी काफी अच्छा बिजनेस कर सकती है |
इस प्रकार, शार्क टैंक इंडिया सीजन 3 ने न केवल इन महिला एंटरप्रेनर्स के लिए एक मंच प्रदान किया है बल्कि यह भी दिखाया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकती हैं, बशर्ते उन्हें सही मार्गदर्शन और सहायता मिले।
FAQ
1. शार्क टैंक इंडिया क्या है?
शार्क टैंक इंडिया एक व्यावसायिक रियलिटी शो है जहाँ एंटरप्रेनर्स अपने व्यावसायिक विचारों को निवेशकों (शार्क्स) के सामने प्रस्तुत करते हैं।
2. शार्क टैंक इंडिया में महिला एंटरप्रेनर्स की भूमिका क्या है?
महिला एंटरप्रेनर्स ने शार्क टैंक इंडिया में अपने अद्वितीय और नवाचारी विचारों के माध्यम से व्यावसायिक जगत में महिलाओं की मजबूत उपस्थिति को प्रदर्शित किया है।
3. शार्क टैंक इंडिया में फीमेल एंटरप्रेनर्स की सफलता का राज क्या है?
उनकी सफलता का राज उनके innovatiove idea , कड़ी मेहनत, और अच्छी क्वालिटी के प्रोडक्ट अपने कस्टमर के लिए प्रोवाइड कराना ये साड़ी सोच एक एंटरप्रेनर के बिजनेस की सफलता का राज है |
4. शार्क टैंक इंडिया से महिला एंटरप्रेनर्स को कैसे फायदा होता है?
शार्क टैंक इंडिया से महिला एंटरप्रेनर्स को शार्क की गाइडलाइन निवेश, मार्गदर्शन, और अपने व्यावसाय को विस्तारित करने का अवसर मिलता है।