Shark Tank India Season 3: Rooftop अनकही कहानी: ‘Rooftop’ और भारतीय कलाकारों की संघर्ष यात्रा!
Rooftop – एक शब्द जो न केवल आकाश की ओर उठती इमारतों की चोटी को दर्शाता है, बल्कि यह भी प्रतीक है उन ऊंचाइयों का जो मनुष्य अपनी कलात्मकता और सृजनात्मकता से हासिल कर सकता है। जीवन में, प्रत्येक व्यक्ति अपनी कहानी के नायक होते हैं, एक ऐसी यात्रा पर जो उन्हें अपनी आत्मा की गहराइयों से जोड़ती है और उन्हें अपने सपनों की ओर ले जाती है। “Rooftop” उसी यात्रा का आमंत्रण है, जो हमें भारतीय कला और संस्कृति की अनछुई परतों में ले जाता है, जहां हर कला रूप एक कहानी सुनाता है, हर ब्रश स्ट्रोक एक भावना व्यक्त करता है।
यह ऐसा मंच है जो हमें न केवल भारतीय कला की विविधता और समृद्धि से परिचित कराता है, बल्कि इससे भी आगे बढ़कर, उन कलाकारों के संघर्ष और सफलता की कहानियों से हमें रूबरू कराता है जो इस कला को जीते हैं। इस यात्रा में, हम न केवल अपनी संस्कृति के प्रति गर्व महसूस करते हैं, बल्कि उन सपनों और आशाओं की गहराई को भी महसूस करते हैं जो हर कलाकार के दिल में पलती हैं।
“Rooftop” का संदेश सरल है – कला केवल देखने या सुनने की चीज नहीं है; यह एक यात्रा है, एक अनुभव है, जो हमें उन ऊंचाइयों तक ले जाता है जहां हमारी आत्मा सच्चे अर्थों में जीवित महसूस करती है। यह एक ऐसा मंच है जो कलाकारों को न केवलिए स्वप्नों और संभावनाओं का आकाश खोलता है। इसकी कहानी हमें बताती है कि कैसे एक विचार, जो एक व्यक्ति के मन में उजागर हुआ, उसने न केवल अपने सपनों को साकार किया बल्कि अनेकों कलाकारों को उनके सपने पूरे करने का माध्यम भी प्रदान किया।
Rooftop: यह एक ऐसी कंपनी है जो भारतीय कला को “Preserving and Promoting” करती है।
Rooftop एक ऐसी कंपनी है जो भारतीय कला और शिल्प को बढ़ावा देने और संरक्षित करने के लिए समर्पित है। यह एक ऐप आधारित मंच है जो कला प्रेमियों को भारतीय लोक और जनजातीय कला रूपों को सीखने के लिए एक मंच प्रदान करता है। Rooftop के CEO और संस्थापक कार्तिक गग्गर हैं, जिन्होंने Shark Tank India में इस कंपनी का प्रस्तुतिकरण किया।
Shark Tank India में, Rooftop ने ₹2 करोड़ के बदले में कंपनी की 4% हिस्सेदारी की मांग की, जिससे कंपनी का मूल्यांकन ₹50 करोड़ होता है। इस धनराशि का उपयोग वे उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने, क्षेत्रीय और विदेशी भाषा सामग्री के साथ प्रयोग करने और ऐप की अधिक मार्केटिंग करने के लिए करना चाहते थे। हालांकि, शार्क टैंक इंडिया में उन्हें कोई डील नहीं मिली। उन्होंने अपनी मां से ₹3.25 करोड़ का ऋण लिया था और उनका परिवार संपन्न है। Rooftop ऐप में 3000 से अधिक कलाकार सहयोगी हैं, और इसके माध्यम से 60,000 से अधिक लोगों ने कला कार्यशालाओं की बुकिंग की है। उनके मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता 4500 हैं, और उनका औसत ग्राहक अधिग्रहण लागत ₹1000 है। कंपनी का मासिक खर्च ₹15 लाख है। Rooftop की विभिन्न सेवाओं की कीमतें इस प्रकार हैं: लाइव कार्यशाला ₹450, सब्सक्रिप्शन ₹1000 से ₹2000, प्रमाणित पाठ्यक्रम ₹27,000, और साइट पर पाठ्यक्रम ₹2500 से ₹8000 के बीच हैं|
Rooftop, भारतीय कला को संरक्षित और प्रोत्साहित करने वाली एक कंपनी, ने Shark Tank India में अपनी पिच प्रस्तुत की। कंपनी के संस्थापक कार्तिक गग्गर ने ₹2 करोड़ के बदले में 4% इक्विटी की मांग की, जिससे कंपनी का मूल्यांकन ₹50 करोड़ बताया गया। हालांकि, उन्हें शो में कोई डील प्राप्त नहीं हुई। शो के दौरान विभिन्न शार्क्स ने उनके व्यवसाय मॉडल पर विचार व्यक्त किए, लेकिन अंततः कोई भी निवेश के लिए सहमत नहीं हुआ। Rooftop का उद्देश्य भारतीय कला रूपों को सुलभ बनाना और इसके माध्यम से कलाकारों को आजीविका प्रदान करना है। ऐप पर 3000 से अधिक कलाकार साझेदारी में हैं, और 60,000 से अधिक लोगों ने कला कार्यशालाओं की बुकिंग की है|
Rooftop ऐप विभिन्न भाषा विकल्पों के साथ प्रामाणिक कला रूपों के बारे में जानकारी प्रदान करता है, जिसमें लाइव और प्री-रिकॉर्डेड कक्षाएं शामिल हैं। उपयोगकर्ता साइट पर भी इन कला रूपों को सीख सकते हैं। कंपनी की मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता संख्या 4500 है, और इसकी विभिन्न सेवाओं की कीमतें इस प्रकार हैं: लाइव कार्यशाला ₹450, सब्सक्रिप्शन ₹1000 से ₹2000, प्रमाणित पाठ्यक्रम ₹27,000, और साइट पर पाठ्यक्रम ₹2500 से ₹8000 के बीच हैं |
Shark Tank India में उनकी पिच, हालांकि बिना किसी डील के समाप्त हुई, लेकिन यह उनके व्यवसाय के लिए एक महत्वपूर्ण सीखने का अवसर बना। शार्क्स से मिली प्रतिक्रिया और सुझावों ने Rooftop को आगे बढ़ने के नए आयाम प्रदान किए और उनके विकास की दिशा में मदद की। यह अनुभव उन्हें अपने उत्पादों और सेवाओं को और भी बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करेगा, ताकि वे भारतीय कला और शिल्प को वैश्विक मंच पर प्रोत्साहित और संरक्षित करने के अपने मिशन को साकार कर सकें।
निष्कर्ष
“Rooftop” के इस आर्टिकल में हमने एक ऐसे मंच की यात्रा का अनुसरण किया है जो भारतीय कला और संस्कृति को न केवल संजोता है बल्कि उसे एक नई पहचान भी देता है। “Rooftop” ने अपने संस्थापक कार्तिक गग्गर के नेतृत्व में, शार्क टैंक इंडिया के मंच पर अपनी अनोखी पहल का प्रस्तुतिकरण किया। उनकी मांग थी ₹2 करोड़ के बदले में 4% कंपनी की हिस्सेदारी, जिससे उनकी कंपनी का मूल्यांकन ₹50 करोड़ हो। इस यात्रा में हमने देखा कि कैसे “Rooftop” ने 3000 से अधिक कलाकारों के साथ साझेदारी की और 60,000 से अधिक लोगों ने इसके माध्यम से कला कार्यशालाओं की बुकिंग की।
इस यात्रा का निष्कर्ष यह है कि “Rooftop” केवल एक ऐप नहीं है; यह एक मिशन है जो भारतीय कला के प्रति जुनून से प्रेरित है, एक प्रयास है जो हर भारतीय कला रूप को वैश्विक मंच पर लाने का सपना देखता है। यह हमें दिखाता है कि कैसे दृढ़ संकल्प और सच्ची लगन से किसी भी सपने को सच किया जा सकता है।